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काली-सफेद क्यों हुआ करती थी फुटबॉल? समय के साथ रंग में क्यों आ गया बदलाव? पता चल गया कारण

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क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) से लेकर मेसी (Lionel Messi) तक, दुनिया में कई ऐसे महान फुटबॉलर्स हैं जिनके दीवाने सिर्फ उनके देशों में ही नहीं, अन्य देशों में भी मौजूद हैं. वैसे इन महान फुटबॉलर्स की लिस्ट बदलती रहती है और समय के साथ कोई नया फुटबॉलर चर्चा में आ जाता है. उसी प्रकार फुटबॉल का रूप-रंग भी पुराने समय से आज तक में काफी बदल गया है. एक दौर था जब फुटबॉल (Why football is black and white) सिर्फ काली और सफेद रंग की हुआ करती थी. अब भले ही उसका रूप रंग काफी ज्यादा बदल दिया गया है. क्या आपने सोचा है कि आखिर फुटबॉल को काली-सफेद ही क्यों बनाया जाता था?

आज के वक्त में फुटबॉल सिर्फ एक खेल ना रह कर बहुत बड़ा ईवेंट बन चुका है. क्लब के मैचेज और अलग-अलग लीग्स को लोग दुनियाभर से टीवी के जरिए देखते हैं. इंटरनेशनल मैच को भी टीवी से देखकर आनंद उठाया जाता है. यही कारण है कि भारत में बैठा युवा भी अर्जेंटीना या पुर्तगाल का दीवाना हो जाता है. इन दर्शकों को ध्यान में रखते हुए फुटबॉल (Why Were Soccer Balls Black and White) का रंग तय किया जाने लगा.

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पहले भूरे रंग की हुआ करती थी फुटबॉल. (फोटो: Canva)

पहले भूरे रंग की होती थी गेंद
शुरुआती वक्त में फुटबॉल चमड़े से बनती थी और उसका रंग, चमड़े का आम रंग हुआ करता था. वो भूरे रंग के चमड़े से बनी होती थी. 1966 के विश्व कप तक फुटबॉल इसी तरह की नजर आती थी, जैसी यहां तस्वीर में दिख रही है. पर फिर धीरे-धीरे फुटबॉल मैच को टीवी पर टेलीकास्ट किया जाने लगा. जब टेलीकास्ट ज्यादा बढ़ने लगा तो दर्शक भी जुड़ने लगे और उनके अनुभव को बेहतर बनाने के बारे में सोचा जाने लगा. चमड़े का भूरा रंग, टीवी पर ना ही ज्यादा आकर्षक लगता था, और ना ही ब्लैक एंड व्हाइट टीवी वालों को साफ नजर आता था. बॉल कहीं गुम हो जाया करती थी.

इस वजह से किया गया बदलाव
ऐसे में बॉल का रंग भूरे से बदलकर काला और सफेद किया गया. 1970 में एडिडास कंपनी ने इस समस्या का समाधान किया. टेलस्टार (टेलीविजन स्टार) नाम की गेंद का उन्होंने आविष्कार किया जो काली-सफेद होती थी. इसे सबसे पहले 1970 के विश्व कप में इस्तेमाल किया गया था. सफेद बैक्राउंड पर ब्लैक रंग होने से गेंद का स्पिन लोगों को आसानी से समझ आने लगा था. बॉल का डिजाइन भी खास था. सफेद रंग के हेक्सागन (6 साइड वाला) पर काले रंग के पेंटागन (5 साइड वाला) बने थे. इस डिजाइन में अब कई तरह के बदलाव हो चुके हैं.

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