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जयपुर: स्टेट कलारीपयट्टू चैंपियनशिप-2023 का विजेता बने 11 साल के ओजस्व गजराज

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जयपुर: राजस्थान स्टेट कलारीपयट्टू चैंपियनशिप-2023 में 11 साल के ओजस्व गजराज विजेता बनकर उभरे हैं। प्रतियोगिता का ये चौथा संस्करण था। यह चैंपियनशिप युवा व खेल मामलात मंत्रालय के ‘खेलो इंडिया’ की स्पर्धा के तहत आयोजित की गई।

                             जीत की ट्रॉफी हाथ में लिए हुए ओजस्व

गजराज 7 साल की आयु में ही इस खेल में ब्लैक बेल्ट हासिल कर चुके थे। ओजस्व ने कलारी चैंपियनशिप जीतकर केरल में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है।

                               ओजस्व को मिला जीत का सर्टिफिकेट

अब ओजस्व गोवा में होने वाले राष्ट्रीय खेलों का भी प्रतिनिधित्व करेंगे। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। ओजस्व गजराज वॉरेन एकेडमी स्कूल में 7वीं कक्षा के छात्र हैं। उन्होंने अपनी जीत का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है। ओजस्व की मां डॉ. सुमन मौर्य राजस्थान विश्वविद्यालय की प्रोफेसर हैं, जबकि पिता डॉ. जगदीश प्रसाद एक आरएएस अधिकारी हैं।  ओजस्व अपनी जीत का श्रेय अपने सीनियर अशोक पारिक को भी देते हैं।

क्या है कलारीपयट्टू खेल ?+

कलारिपयट्टु दक्षिणी राज्य केरल से उत्पन्न भारत की एक युद्ध कला है। संभवतः सबसे पुरानी अस्तित्ववान युद्ध पद्धतियों में से एक,[1]कलरिपयट्टु को अंग्रेजी में (mother of all martial arts) कहकर सम्मान दिया जाता है, जिसका अर्थ है सभी युद्ध कलाएँ की माता या माँ। [2] ये केरल में और तमिलनाडु व कर्नाटक[3] से सटे भागों में साथ ही पूर्वोत्तर श्रीलंका और मलेशिया के मलयाली समुदाय के बीच प्रचलित है। इसका अभ्यास मुख्य रूप से केरल की योद्धा जातियों जैसे नायर [4][5], एज्हावा द्वारा, किया जाता था[6].कलारी पयट में हमले, पैर से मारना, मल्लयुद्ध, पूर्व निर्धारित तरीके, हथियारों के जखीरें और उपचार के तरीके शामिल हैं।

कलारिपयट्टू के बारे में विकीपीडिया पर पूरी जानकारी पढ़ें।

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