



लक्ष्मीपुर ज्यों राम पधारे, पावन भयी पवन, हर पाती,
राम कथा रसपान मिला यूं, शीतल भए ह्रदय अरु छाती।
लखीमपुर खीरी: शहर के हरि नाम वाटिका में चल रहे प्रभु श्रीराम कथा अमृत महोत्सव के दूसरे दिन शिव विवाह चरित का वर्णन किया गया। शिव विवाह चरित का महात्म्य बताते हुए व्यास जी महाराज रमेश भाई शुक्ल जी ने बताया कि मां पार्वती-शिव विवाह कथामृत को ग्रहण करने वाले का सर्व कल्याण होता है। अविवाहितों का विवाह, विवाहितों का जीवन मंगलमय तथा सभी ज्ञानी वैरागियों के जीवन में शांति, श्रद्धा और असीम आनंद की प्राप्ति होती है।

साथ ही व्यास जी महाराज ने कहा कि ‘दर दर से भटकने से भला है, कि एक ही दर पर टिके रहना, क्योंकि भाग-भाग कर शांति पाने की चेष्टा कभी सफलता नहीं देती’ इसलिए सब प्रभु से प्यार करो अमृत बरसेगा’। मेरे साथ आप सब भी स्मरण कीजिए-
मेरे सिर पर सीताराम
फिकर फिर क्या करना..!
बनेंगे बिगड़े सब काम
फिकर फिर क्या करना..
अखिल भारतीय श्री राम नाम जागरण मंच के सौजन्य और श्रीराम कथा परिवार मित्र मण्डली के संयोजन में स्थानीय हरनाम वाटिका में चल रहे श्रीराम कथा अमृत महोत्सव में भारी संख्या में उपास्थित श्रद्धालु, भक्त जन, कथा प्रेमी प्रभु विवाह प्रसंग और बारात के गीत पर भाव विभोर होकर नृत्य करने लगे।

पभु श्री राम कथा से जीवन दर्शन की प्राप्ति कैसे होती है, व्यास जी महाराज ने सबको बताया। प्रभु श्री राम कुल चार भाई हैं। इसे जीवन में ऐसे समझें कि एक भाई का काम पर नियंत्रण, एक का क्रोध पर नियंत्रण, एक लोभ को नियंत्रित करता है, तो एक मोह को नियंत्रित करता है। जीवन जिसने काम, क्रोध, लोभ, मोह को नियंत्रित कर लिया। वह व्यक्ति कभी जीवन में हार नहीं सकता, उनकी विजय निश्चित है। प्रभु श्री राम के जीवन काल में अनेकानेक अवसर आए, जो किसी व्यक्ति को उसके मार्ग से विचलित कर सकते हैं, परंतु प्रभु श्री राम मानव जाति के लिए ऐसा उहारण बने कि हम सभी उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहते हैं। यही जीवन जीने की कला हम सभी को सीखनी है।

इस अवसर पर आचार्य निर्मल शास्त्री, अभिषेक जी, सदर विधायक योगेश वर्मा, कपिल श्रीवास्तव, अभिषेक सिंह, गोपाल अग्रवाल, ज्ञान स्वरूप शुक्ल, सुरेश अग्रवाल, डी एन मालपानी, ज्ञानेश शर्मा, राम मोहन गुप्त,राजू अग्रवाल, रमेश गुप्ता, भगवती प्रसाद अग्रवाल, आशू गुप्ता, आचार्य अनूप मिश्रा, आशीष चौहान, मनीष मिश्र, राम पाण्डेय, जुगुल पोद्दार, विपुल सेठ, राजीव रत्न खरे, युवराज शेखर, प्रमोद अग्रवाल, मुदित अग्रवाल, अज्जू खन्ना, विपुल मित्तल, सुधा अग्रवाल, श्वेता अग्रवाल, रति शेखर, कुमकुम गुप्ता, संगीता अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।