



दिल्ली: राजधानी की दो मस्जिदों को हटाने की कार्रवाई दिखाई पड़ने वाली है। दरअसल रेलवे की ओर से इन दोनों मस्जिदों को नोटिस दिया गया है. नोटिस में 15 दिन के भीतर मस्जिदों को हटाने की बात कही गई है. साथ ऐसा न होने पर रेलवे एक्शन लेगा, ये भी कहा गया है।
इन दो मस्जिदों में एक बंगाली मार्किट और दूसरी ITO स्थित तकिया बब्बर शाह मस्जिद है. रेलवे का मानना है कि इन दोनों मस्जिदों के निर्माण से रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण किया गया है। लिहाज़ा 15 दिन के भीतर अतिक्रमण हटाने की बात कही है। इधर मस्जिद कमेटी कह रही है कि ये सैंकड़ों साल पुरानी मस्जिद है, जबकि रेलवे का दावा है कि ये उनकी जमीन पर बनाई गई है।
इधर इस नोटिस पर समाजवादी पार्टी सांसद एसटी हसन ने कड़ा रुख दिखाया है। उनका कहना है कि इबादत गाहों को उजाड़ कर आखिर दिखाना क्या चाहते हैं। एसटी हसन ने कहा भारत में 1885 से रेलवे है। जबकि दिल्ली वहां पर दो सौ से तीन सौ साल पुराने मंदिर भी हैं और मस्जिद भी हैं. इतना ही नहीं यहां लोग भी रह रहे हैं. ऐसे में रेलवे द्वारा जारी नोटिस कई सवाल खड़े करता है। फिलहाल देखना होगा कि 15 दिन के अल्टीमेटम को लेकर मस्जिद कमिटी क्या कदम उठाती है ? क्या नोटिस को कोर्ट में चैलेंज किया जाता है या किसी अन्य समाधान की ओर बढ़ती है।