



मॉस्को: रूसी राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि यूक्रेन में विदेशी हथियार युद्ध के हालात नहीं बदल सकते, उनसे तनाव ही बढ़ेगा। लड़ाई बढ़ने से सिर्फ बर्बादी बढ़ेगी। पुतिन ने अपनी सेना से कहा है कि विरोधियों के टैंकों को सबसे पहले निशाना बनाया जाए। नाटो समिट के बाद रूस के सरकारी टेलीविजन पर पुतिन ने ये बयान दिया। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन को नाटो की सदस्यता का आश्वासन रूस की सुरक्षा के लिए खतरनाक है, और इससे वैश्विक तनाव में इज़ाफा हुआ है।
आपको बता दें कि यूक्रेन को 250 किलोमीटर दूरी तक मार करने वाली क्रूज मिसाइल देने की फ्रांस की घोषणा पर पुतिन की ये प्रतिक्रिया आई है। यूक्रेन के साथ खाद्यान्न निर्यात समझौते पर पुतिन ने कहा कि अगर रूस की कुछ अपेक्षाएं पूरी नहीं हुईं तो हम यह समझौता जारी नहीं रखेंगे। इस समझौते की अवधि 17 जुलाई को खत्म हो रही है। समझौते के मुताबिक खाद्यान्न लेकर यूक्रेनी जहाज रूसी सेना की अनुमति से ही काला सागर से गुजरते हैं। यूक्रेन के जहाजों के विदेश जाने के लिए एकमात्र यही रास्ता है। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव का कहना है कि लिथुआनिया में नाटो समिट में आए सहयोगी देशों के नेताओं ने यूक्रेन को 1.68 अरब डालर के हथियार देने का आश्वासन दिया है।